आपने मेले-बाजार आदि में हाथ से बनी चीज़ों को बिकते देखा होगा। आपके मन में किसी चीज को बनाने की कला सीखने की इच्छा हुई हो और आपने कोई कारीगरी सीखने का प्रयास

किया हो तो उसके विषय में लिखिए।



मैंने बाजार में मिट्टी के खिलौने, धातु के बर्तन और लकड़ी से फर्नीचर बनते देखा है। बाजार में ऐसी चीजें बनाने वालों से मैं काफी प्रभावित हुआ। इस वजह से मैंने भी एक जगह कुछ महीनों के लिए लकड़ी से बनने वाले फर्नीचर की कारगरी सीखी थी। इससे मैंने न सिर्फ अपने अंदर एक कला को विकसित किया, बल्कि उससे मुझे कुछ पैसे भी मिलने लगे। फर्नीचर बनाने की दक्षता के कारण मुझे कई दूसरी जगह से भी काम के अवसर मिलने लगे।


8
1